सुमन कार्यक्रम के तहत अब गर्भवती महिलाओं को मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ

 
 
- मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिए किया जा रहा प्रयास 
 
- इस योजना के तहत प्रसव के छह महीने के बाद तक प्रसूति एवं नवजात शिशु को निःशुल्क इलाज करने का है प्रावधान 
 
- प्रसव के दौरान मातृ मृत्यु की सूचना देने पर दी जाएगी प्रोत्साहन राशि 
 
- कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन को ले राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने पत्र जारी कर दिए निर्देश 
 
लखीसराय, 05 दिसंबर, 2020 संस्थागत प्रसव के दौरान 
बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में प्रसूति महिलाओं को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहां तक कि कभी-कभी महिलाओं को जान भी गँवानी पड़ती है। किन्तु, अब प्रसूति महिलाओं को इन परेशानियों का सामना करना नहीं पड़ेगा। मालूम हो कि अब इन महिलाओं को  सुरक्षित मातृत्व आश्वसन (सुमन) कार्यक्रम के तहत बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत ना सिर्फ महिलाओं की परेशानियाँ दूर होगी, बल्कि मातृ मृत्यु दर में भी कमी आएगी और लोग संस्थागत प्रसव को प्राथमिकता देंगे। 
 
प्रसूति महिलाओं को बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित करना है 
सुमन कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्रसूति महिलाओं के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित हों और उन्हें प्रसव के दौरान किसी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। यही सुमन कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। उक्त कार्यक्रम के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने पत्र जारी कर जिला सिविल सर्जन पदाधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। 
 
- महिलाओं को मिलेगा बेहतर स्वास्थ्य सेवा, मातृ मृत्यु में आएगी कमी :- 
जिला अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए सरकार द्वारा कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। किन्तु, जागरूकता के आभाव में कई बार समुदाय के लोग इसका लाभ नहीं उठा पाते हैं। अब सुमन कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं, प्रसव के बाद छह महीने तक प्रसूति महिलाओं एवं उनके बीमार नवजात शिशु को निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करना है। कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए जिले सभी पीएचसी प्रभारी को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। 
 
-मातृ मृत्यु की सूचना देने पर मिलेगा एक हजार रूपये :- 
सुमन कार्यक्रम के तहत शत-प्रतिशत मातृ मृत्यु दर की रिपोर्टिंग का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए सबसे पहले मातृ मृत्यु की सूचना देने वाले व्यक्ति को एक हजार रूपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जाएगी। जबकि, मृत्यु के 24 घंटे के अंदर स्थानीय पीएचसी में सूचना देने पर आशा कार्यकर्ता को भी दो सौ रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके अलावे इस संबंध में किसी प्रकार की परेशानी होने पर 104 टोल फ्री नंबर कॉल कर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। 
 
प्रसव के बाद छह महीने तक बीमार प्रसूति एवम उसके नवजात शिशु को मिलेगी नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं  :- 
सुमन कार्यक्रम के तहत प्रसव के बाद आवश्यकतानुसार बीमार प्रसूति और शिशु को निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग लगातार ऐसी प्रसूति और शिशु का देखरेख करता हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी आशा कार्यकर्ता महिला के घर जाकर उनका स्वास्थ्य का हाल जानेगी और वर्तमान स्थिति की जानकारी स्थानीय पीएचसी को देगी। इन सेवाओं का शत-प्रतिशत लाभ लोगों मिले इस बात का पूरा ख्याल रखा जाएगा। कार्यक्रम के तहत रेफरल सुविधाओं को और भी मजबूत किया जाएगा। इसके लिए किसी भी महत्वपूर्ण मामले की आपात स्थिति के एक घंटे के भीतर स्वास्थ्य सुविधा तक पहुंचने की गुंजाइश के साथ रेफरल सेवाओं का आश्वासन दिया जाएगा। जिसमें लाभार्थी को घर से अस्पताल तक पहुंचने के लिए एम्बुलेंस की भी सुविधा शामिल है। जटिलताओं के मामले एवं सिजेरियन प्रसव पर नि: शुल्क स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी।
 
- इन मानकों का रखें ख्याल, कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर :- 
- शारीरिक दूरी का हमेशा पालन करें।
- साबुन या अन्य अल्कोहलयुक्त पदार्थों से बार-बार हाथ धोने की आदत डालें।
- घर से निकलने वक्त अनिवार्य रूप से मास्क लगाएँ और सैनिटाइजर साथ रखें।
- मुँह, नाक, ऑख छूने से बचें।

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
    Dr. Rajesh Kumar

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

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