सुरक्षित मातृत्व आश्वासन कार्यक्रम को बढ़ावा देने को कार्यशाला आयोजित



- जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय में सिविल सर्जन की अध्यक्षता में आयोजित हुई कार्यशाला 

- सुरक्षित मातृत्व आश्वासन कार्यक्रम के तहत मातृ-शिशु मृत्यु की सूचना देने पर दी जाती है प्रोत्साहन राशि 


लखीसराय, 02 फरवरी-


बेहतर स्वास्थ्य सेवा के अभाव में प्रसव के दौरान प्रसूति महिलाओं को कई प्रकार की परेशानियाँ का सामना करना पड़ जाता है। यहाँ तक कभी-कभी महिलाओं को जान भी गँवानी पड़ जाती है। किन्तु, अब महिलाओं को इन परेशानियाँ का सामना नहीं करना पड़ेगा। क्योंकि, अब ऐसे महिलाओं को सुरक्षित मातृत्व आश्वासन (सुमन) कार्यक्रम के तहत बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करायी जा रही है। जिससे ना सिर्फ महिला की परेशानियाँ दूर होगी, बल्कि मातृ मृत्यु दर में भी कमी आएगी और लोग संस्थागत प्रसव को प्राथमिकता देंगे। सुमन कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ही है महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित हो और प्रसव के दौरान किसी प्रकार की परेशानियाँ का सामना नहीं करना पड़े। वहीं, इस कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए बुधवार को जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय परिसर स्थित सभाकक्ष में सिविल सर्जन डाॅ देवेन्द्र चौधरी की अध्यक्षता में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजन किया गया। जिसमें जिला योजना समन्वयक सुनील कुमार शर्मा द्वारा सुमन कार्यक्रम का लाभ समाज के प्रत्येक जरूरतमंदों तक पहुँचाने समेत अन्य बिदुओं पर विस्तृत चर्चा करते हुए मौजूद पदाधिकारियों एवं कर्मियों को आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई गई। जिसके दौरान यह भी बताया गया कि सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में आने वाली सभी महिलाओं और शिशुओं को अनिवार्य रूप से सम्मानपूर्वक एवं उच्च कोटि की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना, इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। वहीं, कार्यशाला में उक्त कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार करने पर भी बल दिया गया। इस मौके पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (आईसीडीएस) आभा कुमारी, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डाॅ राकेश कुमार समेत जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और केयर इंडिया के प्रतिनिधि मौजूद थे। 


- महिलाओं को मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सेवा, मातृ-शिशु मृत्यु में आएगी कमी :

सिविल सर्जन डाॅ देवेन्द्र चौधरी ने बताया, मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए सरकार द्वारा कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। किन्तु, जागरूकता के अभाव में कई बार समुदाय के लोग इसका लाभ नहीं उठा पाते हैं, पर गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सुमन कार्यक्रम लाया गा है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिला व प्रसव के बाद 6 माह तक महिला एवं बीमार नवजातों को निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करना। 


- मातृ-शिशु मृत्यु की सूचना देने पर मिलेंगे एक हजार रुपये : 

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार भारती ने बताया, सुमन कार्यक्रम के तहत शत-प्रतिशत मातृ मृत्यु दर की रिपोर्टिंग का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए सबसे पहले मातृ मृत्यु की सूचना देने वाले व्यक्ति को एक हजार रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जाएगी। जबकि, मृत्यु के 24 घंटे के अंदर स्थानीय पीएचसी में सूचना देने पर आशा कार्यकर्ता को दो सौ रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके अलावा इस संबंध में किसी प्रकार की परेशानियाँ होने पर 104 टाॅल फ्री नंबर काॅल कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। 


- प्रसव के बाद छः माह तक बीमार प्रसूति और शिशु को मिलेगी निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा : 

डीपीएम (हेल्थ) मो खालिद हुसैन ने बताया, सुमन कार्यक्रम के तहत प्रसव के बाद आवश्यकतानुसार बीमार प्रसूति और शिशु को निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराई जाती है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग लगातार ऐसी प्रसूति और शिशु की देखरेख करता है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी आशा कार्यकर्ता महिला के घर जाकर उनके स्वास्थ्य का अवलोकन करती  और वर्तमान स्थिति की स्थानीय पीएचसी को सूचना देतीं हैं। इन सेवाओं का शत-प्रतिशत लाभ लोगों को मिले इस बात का ख्याल रखा जाता है। कार्यक्रम के तहत रेफरल सुविधाओं को और मजबूत किया जाएगा। इसके लिए किसी भी महत्वपूर्ण मामले की आपात स्थिति के एक घंटे के भीतर स्वास्थ्य सुविधा तक पहुंचने की गुंजाइश के साथ रेफरल सेवाओं का आश्वासन दिया जाएगा। जिसमें लाभार्थी को घर से अस्पताल तक पहुंचने के लिए एम्बुलेंस की सुविधा शामिल है। जटिलताओं के मामले एवं सिजेरियन प्रसव पर निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी।

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
    Dr. Rajesh Kumar

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